आदम ओ होव्वा की औलाद हैं जब
वंस ए पैदाईश के पैमाने क्या हैं
बहते दरिया में मिली जोशे जुनू की लाश
नाम ए इज्जत हालाक के मायने क्या हैं
दोजख हुआ नसीब जो काफिरे इश्क को
देखें हुजूम ए कौम के तराने क्या हैं
बस बे ख्याले इश्क ही लेते नहीं पनाह
फिर लैला ओ मजनू हीर के फ़साने क्या हैं
मवाद बनने लगी है खाल के निचे
जख्म ए ज़हन से मरहम छुपाने क्या हैं
लहर ए समंदर को भला रोक पाया कौन
ये किस दौर की बात है आज ज़माने क्या हैं
No comments:
Post a Comment