तेरी रजा से
तेरी रजा से महकते हैं
तेरी रजा से चहकते हैं
छायी हैं जो मदहोशी
जाने कैसी ये बेहोशी
तेरी रजा से
बहती हैं जो हवाएं
तेरी उनमें हैं सदाएं
सारा आलम गुनगुने
जीवन भी अब खिलखिलाए
तेरी रजा से
तेरे बिन सब सुना लागे
तेरी चाह में दौड़े भागे
दिल में मेरे तू समाया
हर तरफ तेरा ही साया
फिर भी क्यूँ
तडपता हु
भटकता हु
तेरी रजा से
आंसुओं की धार बहती
ज्यों साहिल पे रेत रहती
धो लेते हैं गम भी सारे
तेरी यादों के सहारे
सब है तेरा
मेरा है क्या
गीत
तेरी रजा से महकते हैं
तेरी रजा से चहकते हैं
छायी हैं जो मदहोशी
जाने कैसी ये बेहोशी
तेरी रजा से
बहती हैं जो हवाएं
तेरी उनमें हैं सदाएं
सारा आलम गुनगुने
जीवन भी अब खिलखिलाए
तेरी रजा से
तेरे बिन सब सुना लागे
तेरी चाह में दौड़े भागे
दिल में मेरे तू समाया
हर तरफ तेरा ही साया
फिर भी क्यूँ
तडपता हु
भटकता हु
तेरी रजा से
आंसुओं की धार बहती
ज्यों साहिल पे रेत रहती
धो लेते हैं गम भी सारे
तेरी यादों के सहारे
सब है तेरा
मेरा है क्या
अ मेरे खुदा
तेरी रजा से
गीत
1 comment:
bndhu nirntr likhte rho shubhkamnayen
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