अविजित रॉय के लिए.....
जो बांग्लादेश में कट्टरपंथियों का शिकार हुए...
कामरेड अविजित
आज से पहले मैं तुम्हारे
बारे में नहीं जानता था
तुम्हारी पत्नी के हाथों
में सिमटा
खून से सना तुम्हारा शरीर
देखकर
ऐसा लग रहा है
बांग्लादेश की धरती को
सींचेगा
ये खून
खुरदरी और बंजर होती जमीन
करेगा तैयार
पैदा होंगे इसी खून से
लाल लाल लहराते झंडे
तुम्हारे शरीर के हर
टुकड़े से पैदा होगा एक नारा
तुम पर किये हर वार के
खिलाफ
खड़ा होगा आंदोलन
सच तो ये है कि
वे तुम्हारी हत्या नहीं कर
पाएंगे
हर हमले के साथ तुम
जी उठोगे और
हमेशा बने रहोगे अविजित
----------- जगदीप सिंह